नई दिल्ली। लेखिका अंजू निगम की पुस्तक – यात्रा वृतांत संग्रह “सफर की लकीरें” जो शुभदा प्रकाशन(साहिबाबाद) से प्रकाशित है ,का विमोचन दिल्ली में विश्व पुस्तक मेले में गुरुवार को संस्मय प्रकाशन के स्टॉल 325 पर सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. संजय द्विवेदी (महानिदेशक, भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली) व […]

इंदौर । वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. मिथिलेश दीक्षित (लखनऊ) को वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डाॅ. एस. एन. तिवारी स्मृति सम्मान – 2022 प्रदान किया गया। डाॅ. तिवारी स्मृति समिति, इंदौर द्वारा उन्हें यह सम्मान साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये दिया गया है। नई दिल्ली में चल रहे विश्व […]

सुकून देने वाली एकान्त की कविताओं का संग्रह है ‘महायात्री’ नई दिल्ली। एशिया के सबसे बड़े पुस्तक मेले विश्व पुस्तक मेला में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ की कविताओं का संग्रह महायात्री लोकार्पित हुआ। संस्मय प्रकाशन के स्टॉल 325 पर गुरुवार को भारतीय जन संचार […]

इंदौर । शहर के ऐतिहासिक श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति में इंदौर नगर के वरिष्ठ साहित्यकार रमेश चंद्र शर्मा को प्रतिष्ठित “पंडित सीताराम त्रिपाठी भक्ति काव्य सम्मान 2022” से सम्मानित किया गया। साहित्यिक संस्था “अखंड संडे” इंदौर के स्थापना दिवस पर लघुकथाकार डॉ योगेन्द्र नाथ शुक्ल, डॉ मीनू पाण्डेय […]

नई दिल्ली। तीन साल बाद प्रगति मैदान में आयोजित हो रहे विश्व पुस्तक मेले में साहित्य प्रेमियों के लिए विशेष महत्व वाला रविवार रहा। यह विश्व पुस्तक मेला आगामी पाँच मार्च तक चलेगा। उल्लेखनीय है, कि विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेलों में से एक नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला […]

नई दिल्ली। कोरोना की भयावहता के तीन वर्षों बाद विश्व पुस्तक मेला का आयोजन हो रहा है। मेले में पुस्तक प्रेमियों का उत्साह अधिक रहा। पहले दिन भी हज़ारों पुस्तक प्रेमी मेले में शिरक़त कर किताबें ख़रीद रहे थे। प्रगति मैदान, दिल्ली में आयोजित हो रहे विश्व पुस्तक मेला की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।