मातृभाषा ने जिलाधीश इन्दौर को सौंपा आग्रह पत्र इन्दौर। कोरोना की भयावहता के बाद शहर में समस्त सांस्कृतिक आयोजन होना प्रतिबंधित है और इससे शहर की प्रतिभाओं के सामने आर्थिक संकट खड़ा हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने इन्दौर जिलाधीश को एक आग्रह पत्र […]

गुरुपूर्णिमा की संध्या पर कलम की सुगंध छंदशाला परिवार के द्वारा आनलाइन काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक आदरणीय संजय कौशिक विज्ञात जी,मुख्य अतिथि बाबूलाल शर्मा ‘विज्ञ’ और विशिष्ट अतिथि सीमा अवस्थी रही । मंच संचालन अर्चना पाठक निरन्तर और इन्द्राणी साहू साँची ने की । […]

हिन्दी फिल्म जगत के सुपरस्टार राजेश खन्ना ने अपनी फिल्म ‘आनन्द’ में एक मशहूर डायलॉग बोला था, “जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लंबी नहीं….।” इसी सिद्धांत पर चलने वाले कवि सुनील चौरसिया ‘सावन’ ने अपनी छोटी सी उम्र में जो सदाबहार जीवन जिया है उस पर ‘दस्तक साहित्य संसार’ ने एक […]

आगरा । साहित्यिक संस्था – बृजलोक साहित्य, कला, संस्कृति अकादमी के सौजन्य से पावनपर्व गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । संस्था को देशभर से सम्मानार्थ प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। प्रविष्ठियां ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों से स्वीकार की गई थीं। सभी प्रविष्टि […]

कुछ क़र गुजरने का जज्बा मन में हो तो कुछ भी असंभव नहीं है यही चथुर्थात सिद्ध क़र दिखाया ज्ञान ज्योति निःशुल्क कोचिंग टीम ने अध्यक्ष इंजीनियर राहुल मेघवाल ने बताया की उदयपुर में ज्ञान ज्योति सेवा संस्थान द्वारा जा रही निःशुल्क कोचिंग से 147 विद्यार्थियों का चयन हुआ संस्थान […]

भारत देश के बिहार राज्य मे स्थित ज्ञानोत्कर्ष अकेडमी के संस्थापक ने हमारे भारत देश के विभिन्न राज्यों से शिक्षा के क्षेत्र मे कार्य करने वाले गुरुओं को महर्षि वेदव्यास सम्मान-2021 देकर सम्मानित किया संस्था के संस्थापक रुपेश कुमार जी ने अपने उद्बोधन से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।