जीवन जल को मानिये,बिनु जल सब बेकार। सरिता सागर सरोवर,सब जल के भंडार।। जल नारायण जय जगदीशा। तुम ही जीवन जग के ईशा।।1 नीर वारि जल पय औ पानी। बहुत नाम पर्याय कहानी।।2 वरुण देव है जलके दाता। वेद शास्त्र में है विख्याता।।3 जल के बहुता स्रोत कहाई। सागर सरिता […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा