प्रकृति कहती हमको बचा कर, जीवन धरा पर सरस बना लो। वृक्षों का तुम रोपण करके , वसुधा माँ को खूब सजा लो। सागर ,नदियाँ स्वच्छ बनाकर, जीवन अपना निर्मल बना लो। पीपल ,बरगद, नीम लगाकर, ऑक्सीजन तुम भरपूर पा लो। गिलोय ,तुलसी घर में लगा कर, तन मन अपना […]
काव्यभाषा
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