अहिल्या पुस्तकालय में 133 वी पाठक संसद इंदौर। पाठक संसद की 133वीं साहित्यिक मासिक गोष्ठी , मंगलवार को शासकीय श्री अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय के संगोष्ठी हॉल में संपन्न हुई। कार्यक्रम के प्रथम भाग में साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश द्वारा वर्ष 2018 से 2021 तक के पुरस्कृत कृतिकार जिसमें इंदौर के 19 […]

कुरुक्षेत्र की भूमि पर गिरा हर वो शख्स कृष्ण थे, गदा धनुष विलीन भाल देह रक्त कृष्ण थे। पार्थ के सारथी कर्ण के भी मित्र थे । युधिष्ठिर की प्रतिज्ञा तो दुर्योधन का लक्ष्य थे । पांडवों की जीत कौरवों की हार थे रण क्षेत्र में चारों तरफ भगवान ही […]

सम्मान समारोह एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम संपन्न इन्दौर। कवि ब्रह्मा हो जाता है जब वह नई ऋचाएं रचता है । सृष्टि सृजन से प्रलय तलक मानव उसको पढता है। “आकाश छूने की बात कोई कवि ही कर सकता है । साहित्य अथाह सागर है तो कवि करुणा का सागर होता […]

मैं एक उड़ती चिड़िया सी, किस ओर निकल जाऊँ कह नहीं सकती पंख फैलाए आसमान में क्षितिज को छू आऊँ कह नहीं सकती। कभी बैठूं मैं इस डाल पर कभी निकल जाऊ दूर गगन कभी मुंडेर पर बैठ गाऊँ। कभी पानी में करू छपक मुझे पाना नहीं है कुछ, न […]

अखिल भारतीय 13 एवं प्रादेशिक 15 कृति पुरस्कार वर्ष 2020 के पुरस्कारों की घोषणा  _सात वर्षों से संचालित मातृभाषा डॉट कॉम के लिए यह पुरस्कार मिला_  इन्दौर। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा अखिल भारतीय 13 (तेरह) एवं प्रादेशिक 15 (पन्द्रह) कृति पुरस्कार कैलेण्डर वर्ष […]

‘लोक गायन में कबीर’ विमोचित इन्दौर। कबीर जन विकास समूह द्वारा रविवार को श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति इंदौर में सुरेश पटेल की हाल ही में प्रकाशित पुस्तक ‘लोक गायन में कबीर’ पर गहन चर्चा हुई। संजय पटेल संस्कृति कर्मी, प्रकाशकान्त एवं डॉ पद्मा सिंह, पूर्व रीडर हिंदी अध्ययन शाला […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।