डॉ. वेदप्रताप वैदिक गुजरात, दिल्ली और हिमाचल के चुनाव परिणामों का सबक क्या है? दिल्ली और हिमाचल में भाजपा हार रही है और गुजरात में उसकी एतिहासिक विजय हुई है। हमारी इस चुनाव-चर्चा के केंद्र में तीन पार्टियाँ हैं- भाजपा, कांग्रेस और आप! इन तीनों पार्टियों के हाथ एक-एक प्रांत […]

जाने क्यों अब चाँद बातें नहीं करता। रहता है चुप.. ताकता टुकर टुकर .. नाराज, निराश, न न.. निस्पृह केवल! बहुतेरे हैं उसे देख कर लिखने वाले.. उसमें जाने क्या-क्या देख पाने वाले… डाकिए का कार्य छोड़े जमाना हुआ.. शायद व्यवहारिक हो गया है यह भी! नाजुक से फसानें और […]

नजर आता है वह मेरे अफ़ाक़ पर रोशन आफताब की तरह । हयात भी उसे गुनगुनाती दीवाने – खास ग़ज़ल के किताब की तरह। उसकी खुशबू से महकता बज़्म बहकता शामें सहर शराब की तरह। मदहोश करती नज़रें लब छूतें लफ़्ज़ जाज़िब पैगाम देती आदाब की तरह। जुस्तज़ू उसकी आरज़ू […]

● मुकेश तिवारी, इन्दौर गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले एक विश्लेषण सुन रहा था। विश्लेषक कह रहे थे – गुजरात के चुनाव नतीजे क्या आते हैं इस पर देश ही नहीं दुनिया भर की निगाहें लगी हुई हैं। इन नतीजों के बाद 2024 के आम चुनाव में […]

इन्दौर । हिन्दी प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शनिवार को लेखिका यशोधरा भटनागर के लघुकथा संग्रह ‘खिड़की’ पर चर्चा का आयोजन स्थानीय श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति में डेढ़ बजे किया जाएगा। इस आयोजन में मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे रहेंगे। पुस्तक चर्चाकार के […]

लिहाज़ एक झीना सा पर्दा ही तो है जिसके सहारे हम-आप अपना असली चेहरा छुपाते फिरते हैं यह सोच कर- कोई देख नहीं रहा। भलाई भी इसी में है- यह पर्दा कायम रहे वर्ना हकीकत सरेआम जो हो जाएगी। अर्द्धेन्दु भूषण इन्दौर, मध्यप्रदेश लेखक वर्तमान में दैनिक प्रजातंन्त्र के सम्पादक […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।