आज धन हो तो शिक्षा होती है, बिना धन के तो प्रतिभा भी रोती है। मुझे गर्व है मैं हिन्दुस्तान में रहती हूँ, फिर क्यूं मेरे देश में केवल अंग्रेजी ही सम्मान से जीती है। लाख योजना निकल के बन्द कागजों तक सीमित रह जाती है, इसलिए तो लाखों कला […]
नज़र से जब उनकी नज़र मिली तो नजर थम गई, किया जब हमने ईश्क का जिक्र तो कायनात पिघल गई। हम तो यूं ही पीते रहे नैनों से शराब उनके, जब ईश्क-ए-मोहब्बत किया तो शबाब बन गई। कुछ इस कदर बयां किया हमने हाल-ए-दिल आंखों से, हम दिल का हाल […]
प्यार को वो केवल एक शब्द ही मानते हैं, प्यार क्या है केवल वो दिवाने ही जानते हैं। प्यार का सेतु राम ने सीता हेतु बनाया है, शिला पर राम लिख़ सागर में तैराया है। प्यार राधा और कृष्ण की अनुपम जोड़ी है, मीरा के श्याम प्रेम की एक अटूट […]
कैसे करें भरोसा किस पर करें यकीं। खुदगर्ज है जमाना खुदगर्ज है जमीं॥ प्यार की आशा छोड़ दे, न कर कभी यकीं। यहाँ झूठी आस है और प्यार की है कमी॥ होंठो पर हँसी है,आंखों पर है नमी। बाहर से वो है इंसान,पर अंदर से नहीं॥ पग-पग तो है धोखा,जज्बात […]
दिल बौने हैं सीने में पर, ऊंचा कद पा जाते हैं। फितरत ओछी रखने वाले, ऊंचा पद पा जाते हैं॥ पदवी के चक्कर में खाते, भारत माँ की कसमें ये। सत्ता का सुख भोग लिया तो, तोड़ रहे हैं रस्में ये॥ भारत में हैं नहीं सुरक्षित, अब ये जुमले बन्द […]
हम कहीं भी रहे दिल हमारा धड़कता तेरे ही खयाल से है, हर साँस सुमरिनी के मनके-सी बार-बार तिरा नाम जपती है, खुशबू-सी लिपटी रहती है सोच तेरी आँख में बस चेहरा, तेरा ही समाया रहता है दिल के मकां में बसर तेरा है, दूजा कहाँ समा सके है॥ […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।