अम्बे माँ का दरबार, खुशियों का है भंडार। मैया देती है सबको, खुशियाँ अपार। अम्बे माँ का…….. माथे पे बिंदिया सोहे, कानों में कुंडल। गले पुष्प माला सोहे, पैरों में पायल। होकर सिंह पे सवार, लेकर हाथों में तलवार। मैया देती है सबको, खुशियाँ अपार। अम्बे माँ का……….. झोली सबकी […]