विश्व हिन्दी दिवस विशेष “माँ भारती के भाल का शृंगार है हिंदी हिंदोस्ताँ के बाग़ की बहार है हिंदी” हिंदी भाषा के बारे में कवि ने उपर्युक्त पंक्तियों में सटीक ही कहा है कि हिंदी हमारी भारत माता के मस्तक पर शृंगार की तरह सुशोभित होती है। हमारे देश की […]

हिन्दी है राष्ट्र वाहिनी- श्री सत्तन इन्दौर। विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में बुधवार को समारोह आयोजित हुआ जिसमें समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि एवं समिति के सभापति सत्यनारायण सत्तन ने की व आयोजन में मुख्य वक्ता अमेरिका […]

इन्दौर। कवियों का मन जितना कोमल होता है, उसी तरह उनका जीवन भी होता है। वे समाज के लिए अपना अर्पण करते हैं। ऐसा एक कार्य इन्दौर के सुप्रसिद्ध कवि और श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के प्रबंधकारिणी सदस्य प्रदीप नवीन ने किया। हाल ही में उनकी सद्य प्रकाशित दो […]

इन्दौर। तारक मेहता का उल्टा चश्मा के किरदार अय्यर यानी तनुज महाशब्दे ने मातृभाषा डॉट कॉम के पोस्टर को लोकार्पित किया। इस मौके पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ व वरिष्ठ पत्रकार जयसिंह रघुवंशी उपस्थित रहे। तनुज ने कहा कि ‘हिंदी हमारे राष्ट्र की प्रतिनिधि […]

यदि आप कविता लिखते हैं तो मातृभाषा डॉट कॉम लाया है आपके लिए कविता लेखन प्रतियोगिता। विशेष कविता प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है, जिसमें रामलला मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा या उससे जुड़े विषय पर अपनी कविता लिखकर भेज सकते हैं, जिसका प्रकाशन मातृभाषा डॉट कॉम पर होगा। 〰〰〰〰〰〰〰〰〰 प्रतियोगिता के […]

मातृभाषा व प्रेस क्लब ने किया वेदप्रताप वैदिक जयंती पर व्याख्यान आयोजित इन्दौर। ’भारतीय भाषाओं के लिए समर्पित योद्धा, 13 साल की आयु में हिंदी सत्याग्रही के नाते 1957 में पटियाला जेल में रहे, भारत को भारतीय दृष्टि से देखने वाले, वैश्विक संदर्भों को भारतीय दृष्टि से व्याख्याति करने वाले […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।