हिंदी साहित्य को समर्पित शहर के चैनल “गुणाधीश” की तृतीय वर्षगांठ के अवसर पर 05 जून 2021 को 16.00 बजे से ऑनलाइन कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ, जिसमें सर्वश्री राजेन्द्र मौर्य, बिलासपुर, सागर खादीवाला, नागपुर, मनीष वाजपेयी, कामठी, राजेन्द्र मेश्राम ‘नील’, बालाघाट, श्रीमती बीना सिंह, भिलाई और श्रीमती अन्नपूर्णा पवार, भाटापारा […]

इंसान को इंसानियत सिखलाए मन में मानवता जगाए ये हमारे संस्कार ओ मेरे यार……. जब कोई दुर्घटना हो जाए किसी को चोट लग जाए रखना उनका ख्याल ओ मेरे यार…… जब कोई मुश्किल में फस जाए कोई रोए और घबराए पूछ लेना उनके दिल का हाल ओ मेरे यार……. जब […]

अंबिकापुर सरगुजा की व्याख्याता, साहित्यकार अनिता मंदिलवार सपना ने हिन्दी साहित्य में एक नए छंद का आविष्कार किया है । आदरणीय गुरूदेव संजय कौशिक विज्ञात जी के मार्गदर्शन में कलम की सुगंध छंदशाला मंच पर पंच परमेश्वर छंद मर्मज्ञों की उपस्थिति में सपना सवैया छंद को मान्यता प्रदान की गयी […]

कल ही उन्होंने वृक्षारोपण कर अखबार में ख़बर छपवाई थी साथ मे उनकी फोटो भी आई थी वृक्ष महत्ता पर दिया था भाषण करना होगा पर्यावरण संरक्षण आज उन्होंने ही कटवा डाला आंगन में खड़ा नीम का पेड़ जो दे रहा था पूरे घर को छांव वही आशियाना था कोयल […]

आज आज़ाद है वतन, अंग्रेज़ों की चंगुल से, मास्क ने लोगों की सांसों को, कैदी बनाया है। अरमानों की बारात सजाता है, इंसाँ ज़िन्दगी में, चला ख़ंजर ख्वाहिशों पर,रूख़सत हो गए अरमाँ।। हाथ हाथों से मिल जाते मुस्कुराते कई चेहरे सैनीटाइजर लगा कर भी डरे सहमे कई चेहरे महज़ एक […]

सूफी, सूफीवाद और इस्लाम सूफी। खान मनजीत भावड़िया मजीद “सूफी” शब्द “सूफ” से लिया गया है और अरबी में इसका अर्थ है “सफा”, जिसका अर्थ है “क्लब की सफाई”। कुछ लोग इसे फारसी शब्द “सूफ” कहते हैं। “पश्मीना पॉश” या “ब्लैंकेट” के संयोजन में- मोटाग्राम कपड़ा पहनने वाले की तरह”। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।