इंदौर । शहर और हिन्दी के गौरव, हिन्दी पत्रकारिता में जनसुलभ अध्याय, नईदुनिया के वर्षों तक प्रधान रहे, वरिष्ठ पत्रकार, पद्मश्री अभय छजलानी जी का देहावसान आज गुरुवार को सुबह हो गया। अंतिम संस्कार आज शाम 5:00 बजे रीजनल पार्क मुक्तिधाम, इंदौर पर होगा। लंबे समय से अस्वस्थ थे अभय […]

कविता की बात हो तो सबसे पहले उसका भाव, फिर कलापक्ष और फिर उसका शिल्प आकर्षित करता है। विश्व कविता दिवस पर मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा अपने कुछ कवियों की रचनाएँ संग्रहित कर पाठकों के लिए ख़ास तौर पर तैयार किया गया जिसमें आप नौ कवियों की कविताओं का आनंद […]

(विश्व जल दिवस पर चिंता करता लेख) दो दशक पहले संयुक्त राष्ट्र संघ ने 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने की परिकल्पना की थी तब उनकी सोच रही होगी कि इस आयोजन के बहाने दुनिया जागेगी और एक पानीदार समाज का निर्माण होगा लेकिन जब हम पलटकर देखते हैं […]

सांसद लालवानी ने बताया अद्भुत एवं नवीन प्रयोग इंदौर। विचार प्रवाह साहित्य मंच द्वारा इंदौर में रविवार को अखिल भारतीय लघुकथा अधिवेशन आयोजित किया गया, जिसमें इंदौर की महिला शिक्षाविदों की लघुकथाओं के संग्रह ‘संचयन’ का विमोचन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी, साहित्य अकादमी के […]

किसी शांत नदी सी तुम, मजबूती से संभालता किनारा सा मैं, कभी इठलाती सी, किनारे के कांधों पर सिर रखती तुम, और सहलाता मैं, कभी उद्वेलित हो, मर्यादा लांघती तुम, और निराशा से हताश देखता मैं, कभी सिरहाने तो कभी सूखती सी बहती तुम, आसमां में बारिश की टकटकी लगाता […]

अखिल भारतीय लघुकथा अधिवेशन सम्पन्न विचार प्रवाह साहित्य मंच के आयोजन में देशभर से जुटे लघुकथाकार इंदौर । क्वांटम जहाँ विज्ञान की खोज है, वहीं लघुकथा भी साहित्य का महाप्रयोग है । लघुकथा को विधा के रूप में अब किसी के प्रमाण-पत्र की कोई जरूरत नहीं है। यह बात साहित्य […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।