बीत गए दिन जवानी के, मेहनत और क़ुरबानी के.. जब तक था स्वार्थ, तब तक रहे साथ.. अब बेटा नहीं कहता पापा, जब से आया है बुढ़ापा। दिल में एक अरमान था, बेटे पर अभिमान था.. सोचा था बुढ़ापे में, बनेगा मेरा सहारा.. पर मेरी किस्मत ने, ये नहीं स्वीकारा.. […]
हरियाणा के हिन्दी-हरियाणवी साहित्यकारों एवं लेखकों का महासम्मेलन साहित्यिक सत्र के साथ हुआ l `नए दौर में हिन्दी: अभिव्यक्ति के विभिन्न आयाम`पर इसमें डिजिटल हिन्दी का 10 सूत्री रोडमैप के रुप में लिए गए फैसलों पर डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’ ने आभार व्यक्त किया हैl सम्मलेन में यूनिकोड फॉन्ट्स की अनिवार्यता, हिन्दी में […]