वर्तमान परिदृश्य में देखें तो भारत के सबसे अधिक लोगों के बीच अभिव्यक्ति का,विचार प्रेषित करने का माध्यम हिन्दी भाषा ही है,पर वह सिमटती जा रही है। उसका क्षेत्र कम हो रहा है। आजादी के वक्त जहाँ हिन्दी सम्पूर्ण उत्तर भारत में लोकप्रिय थी और संविधान निर्माताओं ने लक्ष्य रखा […]
धरती तपती देखी तो मानव घबरा गया, शिकायतों का पुलिंदा लेकर कैलाश पर्वत आ गयाl कैलाश पर पार्वती संग बैठे थे भोले, मानव भोले से ऎसे बोले- बचा लो प्रभु अब नहीं सहन हो पाएगा, गर्मी इतनी बढ़ गई कि `एसी` भी फेल हो जाएगा। इतनी सुन भोले ने सूर्य देव को बुलवाया, सूर्यदेव कैलाश पर्वत आए और फिर मुस्कुराए.. भोले बोले-मानव शिकायत ले आया है, तुझे कोई गम नहीं तू क्यों मुस्कुराया आया है। सूर्य बोला-इसमें मेरी क्या गलती है, मानव इतना प्रदूषण फैला रहा है.. जिससे धरती बेवजह तपती है। […]