पैसा वो चीज है साहब, जिसके बिना सब उदास रहते हैं.. जो इससे दूरी बनाने की सलाह देते हैं, वो ही अधिकतर इसके पास रहते हैं। समय बदला,सदी बदली, बदल गई सूरत है आज इंसानियत की कम, पैसे की ज्यादा जरूरत है॥ […]
प्रेमचन्द अग्रवाल यूको बैंक से सहायक महाप्रबंधक के पद से सेवा निवृत्त हैं,जहाँ ये राजभाषा अधिकारी के रूप में हिन्दी कार्यान्वयन से जुड़े रहे। अम्बाला शहर व अम्बाला छावनी क्षेत्र के महाविद्यालयों और उच्च विद्यालयों में भी हिन्दी सम्बन्धी कार्य करते रहे हैं। इन्होंने हर विषय के प्राध्यापक को हिन्दी के […]