कहना चाहते हो तुम कई सारे भेद अपने मन के लेकर मेरा हाथ अपने हाथों में। सुनाना चाहते हो अपने दिल की हर धड़कन में मेरे नाम का जिक्र निशब्द होकरआलिंगन कर बांहों में। बीते हुए पल की सुखद अनुभूतियों के सुखद स्पंदन को महसूस करना चाहते हो संग मेरे […]
कलम की सुगंध विश्व साहित्य नारी कोष के तत्वावधान में वट सावित्री अमावस्या के शुभ अवसर पर काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संस्थापक संजय कौशिक विज्ञात, अध्यक्ष अनिता भारद्वाज अर्णव ,मुख्य अतिथि मंशा शुक्ला जी ,विशिष्ट अतिथि हर्षा देवांगन की उपस्थिति में कार्यक्रम का सुंदर आयोजन किया […]