संकल्प, इच्छाशक्ति की राशि विशाल दुनिया ने एकता के हिंद की, देखा मिसाल दुनिया ने विश्वास की परिधि ने हर मन को था घेरा हुआ लग रहा था रात में कि, जैसे सवेरा हुआ था हर तरफ प्रकाशमान दीप इतने जल उठे बंद सारी बत्तियां थीं पर न अंधेरा हुआ […]

कभी जो बीती हो दिल पर भुला कैसे दिया जाए किसी की याद आए तो कहो कैसे जिया जाए कैसे गम की आंधी में ईमारत हो खड़ी दिल की कैसे टूटकर के फिर जुडे़ वो हर कड़ी दिल की कैसे होंठों पर मुस्कान लाए दिल भला बोलो कैसे जान में […]

भले ही देना ना उपहार कभी गुरुओं को मगर देना सदा सत्कार सभी गुरुओं को पुराणों ने कहा है वेदों ने भी माना है ईश का धरती पे आकार छवि गुरुओं को शिक्षक दिवस पे ये अभियान बढा़ना है हमें गुरु का जग में सदा मान बढा़ना है हमें गुरु […]

क्या दया और करुणा दिल से धुल गए जो मिटने मिटाने पे हैं तुल गए कभी मंदिर कभी मस्जिद पर होती है चढा़ई धर्मों में बंट गई है अब गांधी की लडा़ई हम धर्मों में,जातों में ,समुदाय में अटके भूलकर सभी आदर्श अपनी राह से भटके बन शैतान के मानिंद […]

है स्नेह अगाध से भरा हृदय गजब है सहने की क्षमता एक ओर दुनिया सारी एक ओर है मां की ममता है मां दुनिया में परमेश्वर की कृति सबसे प्यारी सब रिश्तों में सब नातों में मां ही सबसे न्यारी मां की महिमा क्या बतलाउं बस इतना कहता हूं  दुनिया […]

1. बसा है जो मेरे मन में वो अब कहने की बारी है    कि मेरे दिल के आईने में बस सूरत तुम्हारी है    जो पूछा मैंनें यारों से बताओ क्या हुआ है ये    कोई कहता मोहब्बत है कोई कहता बीमारी है 2 नहीं आता समझ में ये […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।