सुहागनों का फिर एक त्यौहार आया है, जिसका नाम करवाचौथ बताया है। हर एक सुहागन ने मेंहदी से, आपने पिया का नाम लिखवाया है।। सुबह से काम में व्यस्त होने लग जाती हैं, सज सबर के येे कुछ अलग अंदाज़ में आतीं हैं। एक नई खुशी, नया पल को येे […]
आजकल मीडियाऔर सोशल मीडिया में चुनावी नतीजों के लेकर जितनी हलचल मची हुई है, उससे कहीं ज्यादा राष्ट्रीय राजधानी में बीते 30मई 2019 को हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के शपथ समारोह में शपथ लेने के लिए ओडिशा में अपनी झोपड़ी से निकलते हुए कमज़ोर से दिखने वाले […]
ओ नीलाम्बर में उड़ने वाले बादल तुम लगते जैसे , कोई बंजारों के दल । कभी तुम होते काले -काले कभी होते रक्तिम आभा वाले, थमा दिए हों सूरज ने हाथों में मदहोशी भरे मदिरा के प्याले। चलते हो तुम भेष बदल -बदल तुम लगते जैसे , कोई बंजारों के […]
तुम मेरी मधुर रागिनी पर मै तुम्हारा मौन हूँ विस्मृत हो मत देखना कि मैं तुम्हारा कौन हूँ । चकोर की चाहत तुम बनो मैं तुम्हारा व्योम हूँ चाँदनी सी उज्वला तुम और मैं तुम्हारा रोम हूँ । नीलाभ्र नभ में बगुलों की पंक्तियों में खोजता हूँ नृत्यांगना मयूरी सी […]
आँगन में दीवार न करना रिश्तों को अखबार न करना वाणी मधुर तरल रहने दो शब्दों को तलवार न करना मन मरुथल जैसे हो जिनके उनसे तुम मनुहार न करना अभी अभी मन को समझाया फिर पायल झंकार न करना दिल के मीठे लब्ज पढ़ें थे कटुता का व्यवहार न […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।