श्रद्धाजंलि गढ़चिरौली में शहीद हुए सभी पोलिस के जवानों को नक्सलियों के हमलें में जो शहीद हुये ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ती प्रदान करें प्रस्तुत है मेरी यह कविता की  कायर नहीं हूँ माँ मैं बदला लेने आऊँगा अमर जवान हूँ मरता नहीं ये बतलाऊँगा घात लगा मारा कायर ने […]

प्राणों से प्यारा हमकों हिन्दुस्तान खून देकर भी रखेंगे इसकी शान शहीदों की मजारों पर मेला लगा रखतें है हम उनकी ऊँची पहचान चूमकर जिन्होंने फांसी का फंदा बचाया था भारत का स्वाभिमान स्वत्रंतता का शंख बजाकर के जो कूद पड़ेे थे आज़ादी की जंगे मैदान जाने कितने अत्याचार सहे […]

हम भारत माँ के लाल कैसे सह लेंगे अपमान हमकों अपनी बेटियों में भी दिखता हिंदुस्तान यादें कहती हमकों की चितौड़ हमारा सदा से पंजाबी शौर्य गाथा गाते गुरु गोविंद जी महान कभी अवंति बाई तो कभी लक्ष्मी बाई आती धरती का प्यास बुझाने चलाती दोनो कृपाण कभी मरकर भी […]

शहरों में कहां मिलता है वो सुकून जो गांव में था, जो मां की गोदी और नीम पीपल की छांव में था, वो बचपन वाली रिमझिम रिमझिम होती बरसात, वो हमारी मेहनत से बनाई कागज़ की नाव में था, वो लुका छिपी और पकड़म पकड़ाई के खेल में, साइकिल सीखते […]

तुम रूठना सही मनाने आऊंगा जिंदगी के खेल में हार जाऊँगा जो गम लील रहे खुशियाँ तेरी क़सम उन्हें दूर तुझसे भगाऊंगा मेरी आगोश में प्यासा मरे कोई मन्जूर दिल कैसे ये कर पाऊँगा आहवान करता हूँ जिंदगी तेरा तेरा साथ मरते दम निभाऊंगा कलकल करती भाव से मेरी कविता […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।