विविध भाषा की प्रखरता ज्ञान का बहुमान है । हिन्दी ही हिन्दोस्तां की कलम का सम्मान है ।। माना अंग्रेजी को हमने विकास का पर्याय है आधुनिकता का यह प्रमुख प्रथम अध्याय है दिलों को जो जोडे़ वो हिन्दी हमारी जान है हिन्दी ही हिन्दोस्तां की कलम का सम्मान है […]
dharmendra
पृथ्वी को चारो तरफ से घेरे हुए हैं जो सुंदर आवरण। उसे ही कहते हैं हम पर्यावरण।। ************************* प्रकृति में सीमित है सब संसाधन। इसलिए सोच -समझकर करो इसका दोहन।। ************************* मानव प्रकृति से करके छेड़छाड़। अपना ही कर रहा है बिगाड़।। ************************ जब से शुरू किये हैं वनो की […]