वह तो रोज़ की तरह ही नींद से जागा था, लेकिन देखा कि उसके द्वारा रात में बिछाये गए शतरंज के सारे मोहरे सवेरे उजाला होते ही अपने आप चल रहे हैं, उन सभी की चाल भी बदल गयी थी, घोड़ा तिरछा चल रहा था, हाथी और ऊंट आपस में […]
जिंदगी यादों की कहानी है। जिंदगी मौत की मेहरबानी है। जिंदगी एक अनबुझ पहेली है। जिंदगी दो दोस्तों का मिलन है। जिंदगी चार आश्रमों का तपोवन है। जिंदगी पंचतत्वों का मिलन है। जिंदगी छह ऋतुओं का मौसम है। जिंदगी सात सुरो का सरगम है। जिंदगी नौ रत्नों का बहुमूल्य हार […]
बारिशों की बूँदें बरसने लगी, तुमसे मिलने को फिर मैं तरसने लगी, इन हवाओं ने छेड़ा, मुझे आज फिर, तेरी खुशबु से मैं फिर महकने लगी प्यार में ही तुम्हारे गुमसुम हूँ मैं, तेरी चाहत में फिर मैं सवरने लगी. रंग मेरा निखरने लगा और भी, तेरे साय में जबसे […]
जन्म दे सवारती सु मातु प्यार से दुलार, मात के ममत्व को कभी नहीं विसारिये| आन वान शान मान प्राण को करें निसार, मात के महत्व को सदा हिये विचारिये|| धर्म मर्म धीर पीर प्रेम प्यार स्नेह नीर, […]
तेरे दिल के मंदिर में मुझे एक दीपक जलाने दे, तेरे इश्क़ का पुजारी हूँ मैं,दुनिया को बताने देl सेवा तेरी कब तक करूं मैं,एक झलक दिख जा, हर रोज सुबह तेरी पूजा करूँगा,मुझे नहाने देl ठण्ड के मौसम में भी तेरी तपस्या कर रहा हूँ, उपवास रखा हूँ परसों […]
पुस्तक समीक्षा………………… ये वक्त हिन्दी ग़ज़ल के लिए इस अर्थ में बेहतर है कि आज हिन्दी ग़ज़ल आलोचना के केन्द्र में भी हैं। ग़ज़ल पर आलोचना की जितनी किताबें आ रही हैं और पढ़ी जा रही हैं,ये इस बात का प्रमाण है कि हिन्दी ग़ज़ल हिन्दी कविता की महत्वपूर्ण विधा […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।