बूँदें

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neha chachara
बारिशों की बूँदें बरसने  लगी,
तुमसे मिलने  को  फिर  मैं तरसने लगी,
इन हवाओं  ने छेड़ा, मुझे  आज  फिर,
 तेरी  खुशबु से मैं फिर महकने लगी
प्यार  में ही तुम्हारे  गुमसुम  हूँ मैं,
तेरी चाहत में फिर मैं  सवरने लगी.
रंग मेरा निखरने लगा और भी,
तेरे साय में जबसे मैं चलने लगी
इश्क़ तेरा तो नेहा की पहचान है
तेरी खातिर हदों से गुजरने लगी.
नाम –         नेहा चाचरा बहल
शिक्षा –        ऐन टी टी, बी कॉम, एम कॉम, एम ए (हिंदी),बी एड, प्रभाकर(गायन)
सी सी सी, डी टी पी एवं सी आई ए इन कंप्यूटर एप्लिकेशन
क्षेत्र –       सहायक प्रबंधक ( मानव कल्याण विकासवादी संस्थान )
पता –     झांसी उत्तर प्रदेश 
विधा – गीत, ग़ज़ल, भजन, देशभक्ति, कविता, पंजाबी टप्पे ।
सम्मान –  विद्या वाचस्पति की मानद उपाधि प्राप्त (द्वारा प्रतापगढ़ यूनिवर्सिटी) ।
प्रकाशन – बुंदेलखंड की कवियत्रियाँ , दुल्हन , अभियान टुडे , दैनिक जागरण, जन सेवा मेल , अमर उजाला आदि समाचार पत्रों में भी रचनाओ को स्थान प्राप्त हुआ है।

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।