तूफान कभी आंधी कभी वर्षाते बनके बाधाएं आयेगी तेरी मंजिल में बहुत सी इन मंजलो को तुम पार कर बाधाओ से लड़ो संकल्प कर चलो तुम पथ पर बढ़े चलो बच्चें जब चलना सीखते है सौ बार गिरते है विश्वास चलने का कभी वो कम न करते हैं तुम भी […]

जगमग दीपक हाथों में लाएँ विशुद्धमती माता की आरती गाएँ। जगमग दीपक हाथों में लाएँ विशुद्धमती माँ की आरती गाएँ।। पिता गुलजारी जी ने श्री धन पाया। श्री देवी माता ने लक्ष्मी रूप जाया।। लश्कर नगर में जन्म आपने पाया। अनुपम सुंदर है गुरु माँ की काया।। जगमग दीपक—————— छोटी-सी […]

  मेरे  सर  पर बांध माँ कसकर पगडी । हाथ में दे -दे एक मजबूत   लकडी ।। मेरी संस्कृति की पहचान है पगडी । देश  की शान है सम्मान है पगडी ।। फैल  रहा आंतक कर  रहे  गडबडी । करुं  शत्रुओं  की मैं  पिटाई  तगडी ।। मेरी मूंछों पर […]

माँ सदा ममता सागर की कष्ट झेलती जीवन दायनी है पतित पावनी। माँ लेती खबर डाटकर पटकार के ममत्व देकर खुशी मनाकर। माँ देती सदा ही आर्शीवाद दूधो नहाओ फलो पूतो तुम सदा संस्कार लाओ। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया […]

यह शांत मन यह निशांत मन। छुपाता बहुत कुछ जनता मन। यह ज्ञान मन यह विज्ञान मन । जानता बहुत कुछ नादान मन । यह अंबर मन यह गगन  मन । उठता बहुत झुक जाता मन। यह नीर मन यह निर्मल मन । थमता बहुत बह जाता मन । यह […]

सुन रहा है दिल की आहें जायें हम दायें या बायें तू है खुदा तो है कहाँ?? तू है खुदा तो है कहा?? गिद्ध बनकर ताड़ते जिस्म नोचते चिंघाड़ते बैठे हैं बहशी दरिन्दें खार में खूँखार से तू है खुदा तो है कहाँ?? तू है खुदा तो है कहाँ?? जल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।