राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पुण्यतिथि विशेष ना कोई खड्ग था, ना ही कोई ढाल। तेरी लाठी ने ही बापू, कर दिया कमाल। आँधियाँ बुझा ना पाईं, बापू तेरी मशाल। फिरंगियों का तूने, किया था बुरा हाल। माँ भारती का तुमसे, देखा ना गया हाल। तोड़नी थीं बेड़ियां, गुलामी की हर हाल। […]

मतदान दिवस विशेष…..     चलने लगी पुरवैया, देखो बदलाव की। आई है बेला फिर से, देखो मतदान की। ओ बहनों आओ, माताओं आओ। ओ भैया आओ, भाभी भी आओ। कर लो अब मतदान रे। चलने लगी………… जो झूठे मूठे , सपने दिखाए। धन और दारू का, लालच दिखाए। उसे ना […]

कर लो कर लो, भारत की सैर भैया। मिल जाएंगे , खुशियों के ढेर भैया। कर लो कर लो…… चाहे जानों इतिहास, चाहे जानों भूगोल। चाहे जानों धरती है, गोल भैया । कर लो कर लो……. चाहे देखो रंग रूप, चाहे देखो पोशाकें। चाहे सुन लो, अनेकों बोल भैया। कर […]

भर लो भर लो दुआओं से झोलियाँ, मिल जाएंगी खुशियों की टोलियाँ। भर लो भर लो………… रोते हुए को हँसाना कभी, घावों पे मरहम लगाना कभी। दिल ना किसी का दुखाना कभी, भर लो भर लो………….. पूछ लेना गरीबों हाल कभी, बन जाना किसी की ढाल कभी। ईश्वर पूछेगा तेरा […]

सन्त सिपाही भारत के, तुमको लख लख करें नमन। तुम्हारे पावन चरणों में, हम श्रद्धा सुमन करें अर्पण। मिश्री सी मधुरता वाणी में, बड़े सहज, सरल विचार। भक्ति ,शक्ति का संगम हो, धर्म ही जीवन का सार। वीर हुआ ना तुम सा कोई, ना तुम सा कोई बलिदानी। इतिहास के […]

आए हैं दिनकर,ये हमको बताने, अँधियारे जग के ,सारे मिटाने। आए आए हैं दिनकर…….. कट जाएगी दुःखों भरी रात ये, खुशियों की लाएगी सौगात रे। बन जाएगी बिगड़ी हर बात रे, आए आए हैं दिनकर………. संस्कारों की पूंजी है सबसे बड़ी, ये धरोहर हमारी है सबसे बड़ी। ये कर दे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।