जॉयफुल लर्निंग आनंद से फुल, गतिविधियां बच्चों के अनुकूल। खेल-खेल में  सीख रहे अक्षर, शब्द,अंक,एबीसीडी नन्हें फूल॥ कहानी सिखाएं रहना मिलजुल, बच्चे देश की धरोहर,नींव मूल । आनंदमयी अधिगम से सीखने, खुशी-खुशी आ रहे बच्चे स्कूल॥ आओ नन्हें  हाथों  को थाम लें, हम तुम मिलकर जोड़ कर लें। गुणा-भाग की […]

गर्दभ वाहन पर होकर सवार शीतला माता देने आई दुलार । आगे चलें हनुमान पीछें भैरव माता देने आती शीतल बहार ।। दही संग शक्कर – चावल का नेवैद्य   बनें   अमृती  रसधार । ठंडा भोजन  बडा  गुणकारी रक्तचाप रोग में नियंत्रण कार ।। चेचक ,आसाध्य रोग दूर होय आएं जो […]

प्रेमरंग की बौछार रंगपंचमी सद्भाव की  बहार रंगपंचमी । आनंद मय हो जीवन हमारा ऐसी शुभकामना है रंगपंचमी ।। गेर संग निकले  फाग यात्रा कान्हा संग  निकले है राधा । हर गांव-शहर बना इंद्रधनुषी प्रेमरंग से दूर  करें  हर बाधा ।। बच्चों की टोली लगे निराली द्वेषभाव से दूर है […]

गुलाल की बौछार पिचकारी की धार । गुझिया की मिठास रिश्तों में भरे  प्यार ।। होलिका  का  संहार जीते प्रहलाद कुमार । बुराई का होता अंत कहें होली का त्यौहार ।। छाया रंगों का शुमार लाया प्रेम की फुहार । बसंती टेशू – पलाश रंग का  चढा खुमार ।। ढोल-मांदल […]

वतन पर जो  फ़िदा  हो जाएंगा । मरकर भी वह जिंदा हो जाएंगा ।। मातृभूमि पर बलिदानी बंदे के लिए जन-जन गर्व से सजदा हो जाएंगा ।। गद्दारों का जीना  दुश्वार हो जाएगा । देशभक्ति  का रंग  घना हो जाएगा ।। रहेगी  भाईचारें  की  रंगत  चहुंओर तब सीना छप्पन इंच […]

महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं……….. मातृशक्ति के अनेक रुप कार्यशैली  इसकी अनूप । घर- आंगन की स्वच्छता और सेवा का  गुण खूब ।। माँ,बहन,बेटी,पत्नी रुप दोनों कर है दस अनुरुप । पढने -लिखने में है आगे मुकाम पाकर होय खुश ।। समझें खुद  को  अनुज कुल को दें छांव सहे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।