तुझसे ता-उम्र ही मेरी दूरी रही, जिंदगी की कहानी अधूरी रही। जाने क्यों फासले अपने कम न हुए, मेरी कोशिश तो हर वक्त पूरी रही। फर्क इतना रहा तुझमें मुझमें सनम, तू विकल थी औ मुझमें सबूरी रही। मैं तो झुक भी गया देख माहौल पर, तेरी जिद तेरी खातिर […]

शब्द-शब्द जोड़कर लिख सके हैं इक ग़ज़ल, भावना निचोड़कर लिख सके हैं इक ग़ज़ल। चैन भी सुकून भी नींद भी आराम भी, सब सुखों को छोड़कर लिख सके हैं इक ग़ज़ल। कल्पना के पंख लगा उड़ के पहुँचे अर्श तक, तारे तोड़-तोड़कर लिख सके हैं इक ग़ज़ल। वो पुरानी सिर […]

तसव्वुर में छिपा लेंगे तुम्हारी दोस्ती को हम, न्यौछावर इस पे कर देंगे हमारी जिंदगी को हम। तुम्हारे साथ का अहसास नामुमकिन है भुलाना, भले ही भूल जाएं उस खुदा की बंदगी को हम। बनावट और नकलीपन कभी भाया नहीं हमको, बहुत सम्मान देते हैं तुम्हारी सादगी को हम। तुम्हारे […]

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देखो कैसे रुठ गया है ये दर्पण ? हाथ से कैसे छूट गया है ये दर्पण | प्रतिबिम्बों की चाह न करना अब इससे, नीचे गिरकर टूट गया है ये दर्पण | आंखों में बरसा सावन था दर्पण, गंगा की लहरों-सा पावन था दर्पण | मैं कहता हूँ तुम भी […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।