आज कर फिर बहाना तू मेरा दिल बहलाने का मुझे तेरी बुरी आदत देख सब भूल जाने का। आज कर फिर बहाना तू मेरा दिल बहलाने का। तेरे हर लफ्ज़ को मैंने सर-माथे लगाया है उठी उँगली किसी की गर कदमों पर झुकाया है मुझे तेरी बुरी आदत देख सब […]
करता हूँ तुझसे ये वादा तुझे न मैं भुलाऊँगा तू जाये जितनी मर्तवा रूठ तुझको मनाऊँगा। करता हूँ तुझसे ये वादा तुझे न मैं भुलाऊँगा। माना है तेरी आदत बहाने सौ बनाने की बात हर बात पर लड़ना बेबज़ह रूठ जाने की तू जाये जितनी मर्तवा रूठ तुझको मनाऊँगा। करता […]
तेरी रुस्वाइयां जितनी उनका ख़ाका बना लो तुम कहीं कुछ छूट न जाये लफ्ज़ हर दोहरा लो तुम। तेरी रुस्वाइयां जितनी उनका ख़ाका बना लो तुम। लिखो कागज कलम लेकर मोहर उसपर लगाता हूँ रूह तक होगी सुनवाई गिले-शिकवे मिटाता हूँ कहीं कुछ छूट न जाये लफ्ज़ हर दोहरा लो […]
सबकी माँ के जैसी माँ हो मेरी माँ के जैसी न माँ हो। छाती का न दूध पिलाये रोता देख पलट सो जाये समझे बेदना न पीड़ा की सीने से न कभी लगाये। सबकी माँ के जैसी माँ हो मेरी माँ के जैसी न माँ हो। प्यास से तड़पे बूंद-बूंद […]
मेरे कुछ पास हैं किस्से तेरी-मेरी कहानी के निखरती धूप चेहरे पर रंग बारिश के पानी के। मेरे कुछ पास हैं किस्से तेरी-मेरी कहानी के। अभी तस्बीर में ओझल सभी कल जो हक़ीक़त थे साथ चलते थे वो मेरे लम्हें जो खूबसूरत थे निखरती धूप चेहरे पर रंग बारिश के […]
दो बिल्लियाँ बड़ी सयानी करती हैं मनमानी अकड़म-बकड़म करती रहती दिन भर करती शैतानी। माँ-बापू समझाकर जाते ऐसा करम न करना देना पड़े हमे संसद में मंहगाई पर धरना। मार रही सरकार हमको घुसपैठी घर के अन्दर ढोल-नगाड़े बजा रहे नाँच रहे मस्त कलंदर। भुखमरी के कारण घरमे पड़ गया […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।