बहुत दिन हुये तुमसे बातें हुयी फिर से वो ही बरसात बरसा दे। तड़पता रहा बूंद की प्यास लेकर मुलाक़ात तेरी मुझे तड़पा दे। सौंधी सी बिखरी सांसो की खुशबू निगाह जो तेरी धड़कन बढ़ा दे। बहुत दिन हुये तुमसे बातें हुयी फिर से वो ही बरसात बरसा दे। […]
सुन रहा है दिल की आहें जायें हम दायें या बायें तू है खुदा तो है कहाँ?? तू है खुदा तो है कहा?? गिद्ध बनकर ताड़ते जिस्म नोचते चिंघाड़ते बैठे हैं बहशी दरिन्दें खार में खूँखार से तू है खुदा तो है कहाँ?? तू है खुदा तो है कहाँ?? जल […]
दर्द के उन मसीहों को चलो हम याद करते हैं याद करतें हैं कैलाश रफ़ी को याद करते हैं। दर्द के उन मसीहों को चलो हम याद करते हैं। बने हैं दर्द में ग़ालिब मिसालें उनकी क़ायम हैं करते हैं याद अरजीत निदा को याद करते हैं। दर्द के उन […]
माँ कहकर जब हम रोते थे लगते थे गले चुप होते थे सुनते थे कहानी परियों की तब आँख बन्द कर सोते थे। मां कहकर जब हम रोते थे लगते थे गले चुप होते थे। चलते थे पकड़कर हम उँगली घर-आँगन में जब गिरते थे खेलते थे मिट्टी के खिलौने […]
खड़ा हो होश कर ग़ालिब ज़हन में क्यों तू ज़िन्दा है। मर्ज की आड़ में छिपकर दर्द क्यों तूने दे डाला खड़ा हो होश कर ग़ालिब ज़हन में क्यों तू ज़िन्दा है। दर्द के उस मसीहे का पता हो गर बता देना पुकारा है किसी ने आज सोया हो गर […]
बहुत करते हो तुम मुझसे शिकायत फैसला होगा करूँगा इश्क़ फुरसत से न शिकवा ही गिला होगा। बहुत करते हो तुम मुझसे शिकायत फैसला होगा। मिटेंगी दूरियाँ दिल की तेरे नज़दीक आऊँगा बिठाऊँगा मैं पलकों पर तेरे सपनें सजाऊँगा करूँगा इश्क़ फुरसत से न शिकवा ही गिला होगा। बहुत करते […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।