मुरलीधर कुंजबिहारी तेरी है महिमा न्यारी मटकी फोड़े माखन ले कई नाम तेरे बनवारी। मुरलीधुन सुनकर मोहित गाय गोप नर नारी ।। मोहनि तेरी सूरत पै सौ सौ अनंग बलिहारी। मुरलीधर कुंजबिहारी तेरी है महिमा न्यारी। रक्षक शरणागत के हो कुछ कृपा करो गिरधारी।। विश्व गुरु बन बैठे जब गीता […]

शिक्षक का सम्मान हो, जो है ईश समान। सही राह दिखलाए देते हैं सद्ज्ञान। परिश्रमी नवोन्मेषी जो समाज की शान भावी के निर्माण  में इनका   योगदान । कर्तव्य और निःस्वार्थ से पढा बढाते  ज्ञान नमन करू मैं गुरु को शिक्षक नाम  महान। अपने पाल्य सा हमे देते है जो ध्यान […]

हिंदी की गौरव गाथा है । हिंदी में लिखना भाव प्रकट हिंदी ही हमारी भाषा है । हिंदी वैज्ञानिक लिपि वाली। नहि मूक स्वरों का समावेश निज भाषा उन्नति से ही मिल हुआ एक सम्पूर्ण देश । विस्तृत कलेवर हिंदी का विश्व में दूसरा  है स्थान कई बोलिया इसमें शामिल […]

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रतनगढ़ | प्रतिवर्ष बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा उत्तराखंड द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर बालकहानी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है.  इस प्रतियोगिता में विभिन्न स्तर पर बालकहानियां को आमंत्रित कर आयोजक समिति द्वारा एवं बच्चों द्वारा मूल्यांकित कहानियों को पुरस्कृत किया जाता है.  इस वर्ष 2018 की अखिल भारतीय राजेंद्र सिंह बिष्ट […]

शुचि जीवन निर्मल मन हो, दूर दुमति हो सद्सम्मति हो, जीवन भाषित मन सुवासित, सदा दूर हो मम् अज्ञान, कृपा करो कुछ कृपानिधान। कभी गलत न होवे हमसे, सदा दूर रहे हम गम से मन मेरा पावन हो जम जम से, सही गलत को लेवे छान, कृपा करो कुछ कृपानिधान। […]

अब तो सहन नही होगा किए वार पर वार पाक ने हम सहकर मानवता करते पर अब रहम नही होगा अब तो सहन नही होगा। मेरा बंधु शहीद पडा है देख दुखित भारत माता है लहू से रंजित धरा हो रही प्रतिशोध ही मेरा धरम होगा । अब तो सहन […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।