देशसेवा, हिंदसेवा श्वास में है बह रही, प्राण से प्यारी धरा है, नित्य वाणी कह रही। धर्म से है कर्म से है, भाव सबका एक है, सर्वदा सद्भावना हो, त्याग का अतिरेक है। शेष जग होता चकित है, देख मेधा हिंद की, ओम से होती शुरू है, भव्य गाथा सिंध […]

गणतंत्र दिवस का करते हैं हम गुणगान, लहू बहाकर जिसने दी हमें आज़ादी। करते हैं हम उन्हें शत्-शत् नमन। क्या करेंगे हम उनकी महिमा का गुणगान।। वो तो थे हज़ारों-लाखों में महान। ऐसे वीर सपूतों को करते हैं हम प्रणाम।। उन माताओं के सामने झुकाते हैं सिर अपना। जिन्होंने दिया इस देश […]

आया है आज फिर से गणतंत्र दिवस अपना, लेकर कई जाबाज़ों की यादों को साथ, मत भूलना क़ुर्बानी को उनके एक पल को भी, जिनके बलबूते गणतंत्र का तिरंगा फहरा रहे आज। नहीं मिला अपना संविधान इतनी आसानी से हमें, करनी पड़ी मेहनत लगातार अनेक दिन और रात, कितने ही […]

आओ गणतंत्र दिवस मनाएँ, नाचें, गायें, मदमस्त हो जाएँ। स्वतंत्रता का जश्न मनाएँ, ख़ुद को स्वच्छन्द नहीं, स्वतंत्र बताएँ। भगतसिंह, सुखदेव, सद्गुरू की, निःस्वार्थ बलिदानी को याद करें। बापू, नेहरू, सुभाष चन्द्र बोस की, कुर्बानी को हम याद करें। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता का, हम सच्चे मन से स्मरण […]

आज़ाद तो देश को कर गए पर दुश्मन, जाते-जाते भी समस्याओं का पुलिंदा थमा गए बँटा हुआ था देश हमारा कोई न था किसी का सहारा छः सौ से भी ज़्यादा थीं रियासतें सांप्रदायिकता की थी बड़ी ताकतें लौह पुरुष पटेल ने ज़िम्मा उठाया अनेकता में एकता को दर्शाया फैली […]

26 जनवरी गणतंत्र दिवस हमारा शहीदों ने, क्रांतिकारियों ने अपना सर्वस्व लुटा कर देश को आज़ाद कराया बुज़ुर्ग देशभक्तों ने जनता को शामिल कर भारत का संविधान बनाया 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू हुआ इसीलिए 26 जनवरी गणतंत्र दिवस कहलाया 26 जनवरी गणतंत्र दिवस है हमारा। आज़ादी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।