‘नजर’ तुम कृपा की हमसे ना फेरो, हे कृष्ण माधव माेहन मुरारी। हे दीन बंधु अमित करूणा सिन्धु, गूंजे मन में हरदम बंशी तुम्हारी॥ चाहत से राहत दो मन को हे माधव, मिटे मलिन विषयों की खुमारी। चंचल चपल मन को तुम ही भाओ, कर सकूं अनन्य भक्ति गिरधारी॥ मुख […]
रहे पल्लवित-पुष्पित यह, राष्ट्र जीवन की फुलवारी। विविध प्रान्त हैं सुमन मनोहर, खुशबू है सबकी न्यारी॥ भाषाएँ कई रम्य मनोरम, बोलियाँ कई यहाँ अनुपम। छह रितुएँ धर्म सात संग, है कहीं नहीं ऐसा दम-खम॥ फूटी सभ्यता किरण यहीं, जगे हम फिर जगत जागा। धर्म ज्ञान विज्ञान कला में, नित बढ़ते […]
जिन्दगी के आँधियों के झोंके सहज मन झेलिए। व्यथा-कथा की पुलिन्दा किसी से न खोलिए॥ कम करना चाहते सचमुच हृदय की वेदना। मात्र कहिए एक प्रभु से आप निज संवेदना॥ हर दौर हर ठौर में हैं दुश्मन भरे जस्बात के। कर सकते न्याय कहाँ वे आपके हालात से ? […]
गहरी पीर भरी हो मन में, अधरों पर फिर भी मुस्कान। भाव-कर्मपथ को सम्यक कर, छेड़ो सस्वर तुम मधु गान॥ श्वेत-श्याम रंग जीवन के, कभी कुलिश कभी लिए सुगन्ध। सुख-दुख गति-ठहराव मध्य है, जीवन का स्वर्णिम अनुबन्ध ॥ जब तक साँस,आस है तब तक, चले कर्मपथ को पहचान। सब कुछ […]
तुम परम दिव्य प्रभु जी, तुमको है कोटि नमन तुम निराकार परमेश्वर, साकार भी बने स्वयम्॥ तेरा राम रूप अति सुन्दर, श्री कृष्ण रूप नहीं कम ? तेरा शिव रूप कल्याणक, रुद्र रूप है परम प्रचन्ड ॥ शारदा लक्ष्मी तुम रूद्राणि, तुम त्रिगुणा शक्ति अनन्त। तुम रुक्मिणी सीता माता, तुम […]
कलुष-कलि-कलश पर, गीता यष्टी प्रहारक है। कर्म ज्ञान और भक्ति, यह सबका विचारक है॥ सुरभि श्री कृष्णारविन्द की, अर्जुन -अलि का प्यारा । जगत की पापनाशिनी, परम सुरसरि की है धारा॥ […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।