होती मैं जिस ख़्वाब से रूबरू, वो खूबसूरत ख़्वाब है सिर्फ तू…! हृदय की हर धड़कन में बसा, वो मीठा एहसास है सिर्फ तू….! सिर्फ तेरे लिए ही छलकता, मेरी आँखों का गहरा समंदर….! तुझको ही हरपल मैं सोचूँ, कितनी बेचैनी है मेरे अंदर….! आ इन हाथो को थाम कर, […]
नवरात्रि पर्व मतलब मातारानी की आराधना का पर्व,वैसे तो मातारानी के रूप अवतारों की यदि बात की जाए तो,मातारानी के इतने रूप है जिनका ज्ञान शायद बहुत ही कम लोगो को होगा!मातारानी की आराधना दशमहाविद्या के रूप में भी की जाती है, नवरात्रि पर्व में विशेष रूप से माता के […]
उद्वेलित अश्रु अधर है मौन ये मायावी लोक इसमें तेरा कौन और मेरा कौन…..! हृदय में कुंठा ईर्ष्या है चंहुओर ये मायावी लोक इसमें तेरा कौन और मेरा कौन…..! भेदभाव है व्याप्त बस कुचल कर आगे बढ़ने की होड़ ये मायावी लोक इसमें तेरा कौन और मेरा कौन…..! प्रेम बस […]
एक समय था जब साहित्यकारों का सम्मान अतुलनीय था । उनकी रचनाएं व किताबें छापने के लिए प्रकाशकों की भीड़ लगी रहती थी । बदले में उन्हें मानदेय और रायल्टी भी मिलती थी ।जिससे उनका जीवन यापन आसानी से चल जाता था और वह अधिक से अधिक लेखन में ध्यान […]
आज तीज की शुभ घड़ी आयी, चाँद ने की किरणों से सगाई…! ब्रम्हमुहूर्त ने मंगल गीत गाये, गोधूलि बेला ने दी है विदाई….! मेहन्दी रचाऊँ इन हाँथो में, पिया के प्रेम की खुशबू आये…! महावर लगाऊं मैं पैरों में, सजना तू ही धड़कन में समाए…! बिंदिया सजाऊँ मांग में, तू […]
भ्रमर कुमुदनी पर करे है चुम्बन, यौवन है बादल,इठलाया सावन….! देखो झूम के बदरा बरसे है, तू काहे तड़पाये ओ मोरा साजन….! अधरों की लाली,अँखियों का कजरा, धूल गए सारे,तू आया न सजना….! कैसे घर जाऊं ,भेद खोले है मोरा, ये भीगा तन,और महका सा गजरा..! निशदिन तोरी राह तकूँ […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।