कैसे-कैसे लोग शहर में रहते हैं, जलता है जब शहर तो घर में रहते हैं। जाने क्यों इस धरती के इस हिस्से के, अक्सर सारे लोग सफ़र में रहते हैं। भूख से मरते लोगों की इस दुनिया में, राजा-रानी रोज़ ख़बर में रहते हैं। दौर नया है,जिसमें हम सबके सपने, […]

मन अकेला, चाहे दूर क्षितिज के पार से.. कोई अलबेला राह निहारे दिल से पुकारे। आजा रे, मेरे मनमीत बरसों हो गए तुझ को मानते.. मन की पीर जीने नहीं देती, आकर गले लगा ले॥      #श्रीमती राजेश्वरी जोशी परिचय : श्रीमती राजेश्वरी जोशी का निवास अजमेर (राजस्थान) में […]

योग मुक्ति का मार्ग बतावे, जीवन पूर्ण बनावे योग.. सुप्तज्ञान शक्ति का जगण, रहित विकार करावे योग। लम्बा जीवन जिओ धरा पे, अपनाकर भारत का योग, जीवन को नव जीवन दे दो.. भीतरी शक्ति अपनाकर योग। माया से मुक्ति का द्वार है, मिलन विछोह का एकाकार.. द्वैत मिटा अद्वैत को […]

केरल की खूबसूरत  जगहों  में  से एक वेनाड की यात्रा  करना  जीवन  के हसीन पलों को अपनी स्मृति  में  संजो लेने  से कम नहीं है। समूचा वेनाड  जिला यूँ  तो सुरम्य प्रकृति,हरीतिमा,घने जंगल और जंगली जीवन का उन्मुक्त  नजारा  है,लेकिन अपनी गाड़ी  में  अपने पसंदीदा दल के साथ अगर आप […]

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भगवान बुद्ध के अनुसार शरीर और मन के प्रति सावधान रहने से दुखों से छुटकारा मिल सकता है। बुद्ध ने संसार को समझने और अपनी धारा तय करने के लिए एक तकनीक का प्रयोग किया जिसका नाम है-सती अनापान’ तकनीक। इसके अनुसार प्राण वह श्वांस जिसे अंदर खींचा जाता है […]

जमीनी कार्यकर्ता से केन्द्रीय राज्यमंत्री बने अनिल माधव दवे की मृत्यु के सदमे की खबर में शानदार अभिनेत्री रीमा लागू के आकस्मिक निधन की खबर पर चर्चा थोड़ी कम हो पाई। लिहाजा इसे शब्दांजली ही समझें। अपनी माँ के अलावा रूपहले पर्दे की जिन मांओं को देखकर हमारी पीढ़ी बड़ी […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।