हिन्दी में भी प्रदर्शित `पोस्टर बॉयज` फिल्म कमज़ोर हास्य का कमज़ोर चित्रण हैl इसमें कॉमेडी,इमोशनल ड्रामा है,पर फिल्म कमजोर हैl कलाकार सन्नी,बॉबी,श्रेयस और समीक्षा भटनागर हैंl २ घण्टे 8.४२ मिनट की इस फिल्म के निर्देशक श्रेयस तलपड़े हैंl इसका बजट 15 करोड़ हैl कमज़ोर हास्य के कमज़ोर चित्रण वाली इस […]

समीक्षा…… यह बहुसितारा फ़िल्म शुरु होती है १९७३ के परिदृश्य में,जहां राजस्थान की राजकुमारी गीतांजलि (इलियाना), और उनकी एक राजनेता संजय से बिल्कुल बनती है। देश में आपातकाल लागू होता है,और महारानी से खुन्नस के चलते उनके महल के खजाने को सरकार के हाथों निकलवाने की योजना अमल में लाई जाती […]

  पूर्वावलोकन……… अजय देवगन अभिनीत और मिलन लुथरिया निर्देशित फिल्म ‘बादशाहो’ १ सितम्बर को प्रदर्शित होगी। विवाद से बचने के लिए निर्देशक फ़िल्म को काल्पनिक घटना बता रहे जबकि, अफवाहों की मानें तो १९७५ में आपातकाल के ठीक पहले इंदिरा गांधी (तात्कालिक प्रधानमंत्री थी) ने राजस्थान की रियासत आमेर की रानी गायत्री […]

एक छोटी समस्या कैसे विकराल रूप ले लेती है,और उसके हल के लिए शासकीय तंत्र कैसे अपनी भूमिका से पीठ दिखाता है,यही दिखाया गया है ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ फिल्म में। कहानी यह है कि,36 वर्षीय केशु (अक्षय कुमार) की शादी नहीं हो पाई है। तब रूढ़िवादी परम्परा और अंधविश्वास के चलते […]

फिल्म समीक्षा…. शानदार प्रस्तुतिकरण और उम्दा प्रेम कहानी की प्रस्तुति यह फिल्म ‘हैरी मेट सैजल’ है। यह इम्तियाज अली के लेखन-निर्देशन में शाहरुख को मिली ब्लॉक बस्टर की सौगात है। एक साधारण कहानी को खास तरीके से इसमें इम्तियाज़ ने पेश किया है। हरविंदरसिंह नेहरा उर्फ हैरी(शाहरुख) पंजाबी गाइड है,उनकी एक गुजराती लड़की […]

यहाँ इंदौरी फ़िल्म है जो सिनेमाघरों में  ‘जग्गा जासूस’ के सामने प्रदर्शित हुई है। राघवेंद्र तिवारी की कहानी पर आसिफ काजी के संवादों से सजी फ़िल्म में मुम्बई ओर इंदौरी कलाकारों को एकसाथ देखने को मिला है। निर्भयसिंह के निर्देशन में इस फिल्म ‘घण्टा चोरी हो गया’ को विक्रमसिंह गुर्जर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।