ताज़गी से भरी हुई ये जिंदगी,      फ़ूल-सी महकती रहे।      खुशियों के आंगन में फिर,      परिंदों-सी चहकती रहे॥       ग़मों का साया न मंडराए,       रोशनी बन दमकती रहे।       बनकर घटा मुहब्बत की,       […]

     मेरी दीवानगी का आलम,        मेरी उम्मीद ए वफ़ा हो।       तुम पर है ऐतबार मेरा,           क्यों तुम ख़फ़ा हो॥      प्यासा एक सेहरा मैं,      तुम प्रेम की घटा हो।        बरसती मेरी आंखों […]

बरकतें अपने साथ लाया था, देकर नेमतें हज़ार जा रहा है॥ साल की लंबी जुदाई देकर, देखो रमज़ान जा रहा है॥ किया था इस्तकबाल जिसका, ख़ुशी और शादमानी से। अश्कों में देकर वो आंसू, आज जा रहा है॥ करकेे फिर मिलने का वादा, तोहफा-ए-ईद दे जा रहा है॥ साल की […]

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  कुदरत की कारीगरी हो,         ख़ुद अपनी पहचान हो।     मत भूलो वज़ूद अपना,          तुम भी एक इंसान हो॥      मानवता का मंदिर हो,           प्रेम की मिसाल हो।         ओ अपने भाग्य […]

मेरी मोहब्बत से जब ये, तेरा दिल भर जाएगा। तुझसे दूर होकर जब ये, दिल आंसू बहाएगा।।  हर ज़र्रे में,हर लम्हें में,  तेरा अक्स नज़र आएगा।। दूर रहकर फिर भी, तेरा ख्याल आएगा।। बैचेनी के लम्हों में बस, नाम ए वफ़ा गुनगुनाऊंगा।। मैं फिर भी तुमको चाहूंगा मैं फिर भी […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।