फसल लहलहाती तुम अफीम की
मैं सूखा पीड़ित ईख खेत प्रिये
हो मिट्टी तुम चिकनी और मुल्तानी
ज्येष्ठ धूप में तपती मैं गर्म रेत प्रिये
हो छड़ी जादुई बालपरी की तुम
जंगली टेढ़े बांस का मैं बेंत प्रिये
तुम लोकतंत्र की राजनीति प्यारी
मैं मतदाताओं का मत रेट प्रिये
हो बसंत माह सी आप सुहावन
तपता प्यासा मैं माह ज्येष्ठ प्रिये
पतली पतंग लौकी तुम जीरो साइ
मैं टेढ़े मेढ़े कद्दू कटहल का वेट प्रिये
पाक बलिदानी तुम राष्ट्रीय महरानी
हूँ दुर्घटनाग्रस्त मै विमान जेट प्रिये
हो तुम कांग्रेसी पवित्र कफन घोटाले
मैं टुटपुंजिया सा गली का सेठ प्रिये
हो मुकदमें तुम कपिल सिब्बल के
मैं श्री राम मन्दिर की डेट प्रिये
#आशुतोष मिश्र
तीरथ सकतपुर