Read Time1 Minute, 59 Second
(२६ जनवरी विशेष)
छब्बीस जनवरी का पर्व यह आया,
गणतंत्र दिवस पर तिरंगा लहराया।
आम्बेडकर जी ने संविधान बनाया,
उन्नीस सौ पचास को लागू करायाll
राजपथ पर तिरंगा झंडा फहराया,
सलामी से इसका सम्मान बढ़ाया।
राष्ट्रगान जन गण मन गीत गाया,
देशभक्ति का नया तराना सुनायाll
अमर जवान ज्योति शीश झुकाते,
विजय चौक पर जयकारा लगाते।
कदम ताल से कदम ताल मिलाते,
वंदे मातरम् जय हिन्द नभ गुंजातेll
वायु सेना ने शक्ति प्रदर्शन कराया,
जल-थल में सैन्य करतब दिखाया।
अदम्य साहस शौर्य परिचय कराया,
झांँकियों में अतुल्य भारत दर्शायाll
राष्ट्रीय पर्व देशभक्ति भाव जगाता,
अहिंसा,शान्ति का अमृत बरसाता।
शहीद बलिदानों की याद दिलाता,
‘रिखब’ शहीदों को पुष्प हार चढ़ाताll
#रिखबचन्द राँका
परिचय: रिखबचन्द राँका का निवास जयपुर में हरी नगर स्थित न्यू सांगानेर मार्ग पर हैl आप लेखन में कल्पेश` उपनाम लगाते हैंl आपकी जन्मतिथि-१९ सितम्बर १९६९ तथा जन्म स्थान-अजमेर(राजस्थान) हैl एम.ए.(संस्कृत) और बी.एड.(हिन्दी,संस्कृत) तक शिक्षित श्री रांका पेशे से निजी स्कूल (जयपुर) में अध्यापक हैंl आपकी कुछ कविताओं का प्रकाशन हुआ हैl धार्मिक गीत व स्काउट गाइड गीत लेखन भी करते हैंl आपके लेखन का उद्देश्य-रुचि और हिन्दी को बढ़ावा देना हैl
Post Views:
639