Read Time1 Minute, 0 Second
मौसम भी रूख बदलेगा,वो सर्द जनवरी आएगी,
बहकी हवा पत्तों से मिलकर जब कोई साज़ सुनाएगी।
कोहरे में खिली उस धूप में जब सरसों फिर लहराएगी,
भूले से उस शोख़ को फिर याद हमारी आएगी।
उठेगी दिल में कसक लब पे ये सवाल आएगा,
लाख भुला दो दिल से पर वो खयाल आएगा।
वो मेरी पहली भूल,मेरा ख़त और वो फूल,
तुम फिर से याद करोगे,जब नया साल आएगा॥
#सन्दीप कुमार ‘अज़नबी’
परिचय: सन्दीप कुमार ‘अज़नबी’ मूल रुप से उत्तरप्रदेश के उरई(जालौन) के हैं। आपकी जन्म तिथि २ जून १९७६ तथा शिक्षा स्नातक है। वर्तमान में दिल्ली मैट्रो प्रोजेक्ट (सिविल कन्सट्रक्शन मैट्रो टनल) में कार्यरत हैं। काफी समय से लिखने का शौक है।
Post Views:
458