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तुम्हे देखा तो माना है मुहब्बत भी जरुरी है,
तुम्हीं से है सुकूँ दिल को राहत भी जरुरी है।
मुहब्बत आप भी करिए मुहब्बत भी जरूरी है,
मगर इसके लिए देखो इजाजत भी जरूरी है।
हमेशा तो नहीं करना शिकायत आप अब देखो,
मगर सच में कभी तो ये शिकायत भी जरूरी है।
हमारी रूह में उतरो कभी तुम चाँद बनकर भी,
मगर इसके लिए तो फिर मुहब्बत भी जरूरी है।
जरा पर्दा हटा दो तुम ये चंदा अब दिखा भी दो,
मुहब्बत में सनम देखो इनायत भी जरूरी है।
कभी तो माफ भी कर दो हमारी गलतियों को तुम,
जरा-सी उल्फतों में तो रियायत भी जरूरी है॥
#ज़िया हिन्दवाल ‘गीत’
परिचय :श्रीमती ज़िया गीता हिन्दवाल का वर्तमान निवास देहरादून (उत्तराखंड) स्थित आदर्श नगर में है। आपकी शिक्षा-
एम.ए.( हिंदी)है। साहित्य सम्मान में आपको तुकान्त प्रतियोगिता में दो बार प्रथम स्थान,हाइकु प्रतियोगिता में तृतीय स्थान,तथा अन्य साहित्य सम्मान प्राप्त हैं। लेखन विधा में आप तुकान्त,हाइकु, नज़्म,रुबाई,मुक्तक,लघुकथा,शेर और चुटकुला आदि लिखती हैं। लिखने का उद्देश्य-लिखना अच्छा लगता है,इसलिए लिखती हैं और शायद मन को खुश रखने का ये भी एक तरीका है।
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बहुत खुब