स्वतंत्रता बनाम पाश्चात्यता

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pukharaj
अन्तर्जातीय विवाहों को समय पर रोक दिया होता,
संस्कारों का हनन हमने यूं मूक सहा नहीं होता।
तो
स्वतंत्रता के नाम पर उच्छश्रंखलता नहीं बढ़ी होती,
भव्यता के प्रदर्शन में अश्लीलता नहीं पनपी होती।
वक्त रहते सम्भलना हमको यदि आ जाता,
‘लव जिहाद’ का दंश भारत में नहीं पनप पाता।
(ऐसा क्यों होता है)
नई परम्पराएं विकसित होतीं सदा कुलीन घरों में,
और पसरती जाती वे समाज,गांव,नगरों में।
जहां रिवाजों को अंधविश्वास बताया जाता है,
भोंडे आडम्बर (पाश्चत्य प्रदर्शन) को आधुनिक दर्शाया जाता है।
जहां रूढ़िवाद कह,’संस्कारों’ की बलि चढ़ाई जाती है,
याद रहे,कालांतर में वो सभ्यता रोती है, पछताती है॥
#पुखराज छाजेड़
परिचय : जयपुर के निवासी पुखराज छाजेड़ करीब 10 वर्ष से लगातार लेखन में सक्रिय हैं। जयपुर(राजस्थान) में व्यवसायी होने के बाद भी बतौर रचनाकार आप सतत सक्रिय हैं।

matruadmin

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One thought on “स्वतंत्रता बनाम पाश्चात्यता

  1. आदम को फिर से आदम होना चाहिए…
    हव्वा अपनी ढूंढ के लाना मक़सद होना चाहिए…,

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।