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मैं वो तूफां हूँ कि,
आसमां झुका दूंगा
ऐ नापाक पाकिस्तान तुझे,
कब्रिस्तान बना दूंगा।
मां भारती का बेटा हूँ,
सर पे कफन लेता हूँ
ऐ नादां पाकिस्तान,
चेतावनी तुझे देता हूँ।
गर भारत को तू कभी,
वक्र नजर से देखेगा
कभी इस जमीं पर,
नापाक कदम धरेगा।
हस्ती तेरी क्या है,
तुझे यह बता दूंगा
ऐ नापाक पाकिस्तान,
इस दुनियां से तेरा
निशां मिटा दूंगा।
ऐ नापाक पाकिस्तान तुझे,
कब्रिस्तान बना दूंगा।
#अश्वनी नौरंगे’भ्रमर’
परिचय: अश्वनी नौरंगे का साहित्यिक उपनाम ‘भ्रमर’ है। १५ सितम्बर १९७३ में जन्मे श्री नौरंगे की रुचि काव्य लेखन और विधा-गजल,सजल,छंद,मुक्तक,मुक्त छंद,नवगीत आदि की है। आप व्यवसाय से शिक्षकों हैं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ छपती रहती हैं। कुछ सम्मान पाए हैं। भाषा -हिन्दी तथा छत्तीसगढ़ी जानते हैं। आपने हिन्दी साहित्य, समाजशास्त्र तथा इतिहास में भी एम.ए किया हुआ है। निवास-ग्राम खम्हरिया, तहसील जैजैपुर जिला जांजगीर, चाम्पा(छत्तीसगढ़) है।
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Tue Oct 3 , 2017
वर्षा बीता शरद ऋतु आई, चली ठंडी-ठंडी हवा पुरवाई| खिले दूर-दूर तक फूल कास के, हरियाली धरती की मांग सजी| और प्रकृति अपनी अलौकिक सुंदर, रूप की छटा लिए खिल उठीl शरद ऋतु के इसी मौसम में, झर-झर झरे शिवली के फूल भीl शिवली के फूलों की मनमोहक सुगंध, और कास […]