परिचय : एल.आर. सेजू थोब राजस्थान की तहसील ओसिया(जिला जोधपुर) में रहते हैं।आपको हिन्दी लेखन का शौक है। अधिकतर लेख लिखते हैं।
Read Time59 Second
न पीरों को पूजूं, न देवों को,
बस तिरंगे का पुजारी हूँ।
भारत की आन-बान-शान है,
वर्षों की गुलामी की दास्तान है।
खून से सींची वीर शहीदों ने,
भारत भूमि की पहचान है।
कण-कण में बसा एक ही नाम,
तीन रंग के तिरंगे तुझे सलाम।
रंग केसरिया
त्याग बलिदान वीरता की पहचान है,
हरा रंग चहुंओर
हरियाली का सन्देश देता है,
सफेद रंग सत्य
सादगी,निष्ठा दर्शाता है,
चक्र प्रतीक है निरन्तर चलने का
तीन रंग के तिरंगे तुझे सलाम है॥
#एल.आर. सेजू
Average Rating
5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%
Next Post
श्रृंगार गीत का होता है
Mon Aug 14 , 2017
कंचन जैसे शब्दों का जब, सुख संयोजन होता है, मंगलभाव भरे हों जिसमें, पुण्य प्रयोजन होता है। अंतस का नेह अगर हमें जो, नयनों में दिख जाए तो, ऐसे सफल प्रयासों से, श्रृंगार गीत का होता है॥ दीन-हीन की पीड़ा के जब, अश्क नयन में आते हैं, देख बिलखते बच्चों […]

पसंदीदा साहित्य
-
December 14, 2017
कर्त्तव्य पर जनता …!
-
May 4, 2018
” एक नई शुरुआत “
-
February 12, 2021
देश की शान – किसान
-
May 20, 2020
बस करो बस की सियासत को
-
August 18, 2018
अटल