हो न जाए महाविनाश

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संतुलन   है  बिगड़     रहा,
पर्यावरण का  देखो  आज।
विश्व   भर   ही  चिंतित  है,
हो  न  जाए    महाविनाश।
मुख्य  कारक  रहे हैं   तीन,
पर्यावरण  असंतुलन   का।
शहरीकरण, उद्योग भी  हैं,
कारण  सभी  प्रदूषण  का।
हम कहते हैं जिसे विकास,
विश्व   भर   ही  चिंतित  है,
हो  न  जाए    महाविनाश।
जल,वायु व  मृदा प्रदूषण,
जिसको, करना होगा दूर।
जल संरक्षण, मृदा संरक्षण,
करके  आनंद  लो  भरपूर।
वर्ना!   कैसे    लेंगे    साँस,
विश्व   भर   ही  चिंतित  है,
हो  न  जाए    महाविनाश।
विकट रूप धर मन में बैठा,
वैश्विक गर्मी    का है डर,
चिंतन तो  सब ही  करते हैं,
अमल कोई नहीं करते पर।
५  जून ही,  क्यों  है खास,
विश्व   भर   ही  चिंतित  है,
हो  न  जाए    महाविनाश।
नित्य ही  सबको  ध्यान हो,
पर्यावरणीय,     ज्ञान    हो।
वायु,जल स्वच्छ  रखें और,
पौधरोपण    अभियान हो।
मूल  मंत्र    यही   है  खास,
तब चिंता  की   बात  नहीं,
टल   जाएगा  महाविनाश।
                                                                 #बालक  `निर्मोही` 
परिचय:बालक दास ‘निर्मोही’ की जन्म तिथि १ जुलाई १९७१ है। पेशे से रेलवे कर्मचारी हैं और निवास रेलवे आवास एन.ई. कॉलोनी,बिलासपुर (छग)  में है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।