कहानीकार भावना शर्मा ‘बीपीए समाज रत्न सम्मान’ से सम्मानित

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नई दिल्ली। बीपीए फ़ाउंडेशन एवं इंडिया नेटबुक्स द्वारा साहित्यकार सम्मानोत्सव-2025 का आयोजन मयूर विहार में शनिवार को आयोजित किया गया, जिसमें मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मातृभाषा डॉट कॉम व मासिक साहित्य ग्राम की सह सम्पादक भावना शर्मा को हिन्दी के प्रचार-प्रसार व उत्कृष्ट साहित्य सेवा के लिए ‘बीपीए समाज रत्न सम्मान’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध लघुकथाकार बलराम अग्रवाल, दीपक पाण्डेय, विमला भंडारी, सुधाकर पाठक, मनोरमा जी, विनोद पाराशर , सुशील अवस्थी मौजूद रहे, साथ ही वरिष्ठ साहित्यकार चित्रा मुद्गल, ममता कालिया, गिरीश पंकज, दिविक रमेश का आतिथ्य भी रहा।

ज्ञात हो कि भावना शर्मा कहानीकार हैं, जिनके दो कहानी संग्रह आ चुके हैं। मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से पुरस्कृत मातृभाषा डॉट कॉम का संपादन भी करती हैं।
इस सम्मानोत्सव में पूरे देश के अलग-अलग राज्यों से आए क़रीब 120 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर इंडिया नेटबुक्स द्वारा प्रकाशित की जा रही “विधि नायक” एवं “अनुस्वार” पत्रिका के नए अंकों का लोकार्पण भी किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व न्यायाधीश एस एन श्रीवास्तव, प्रेम जनमेजय, शैलेंद्र शर्मा, सुधा आदेश, नीलिमा शर्मा, शैली मुद्गल, राजीव मुद्गल, नंद भारद्वाज, संतोष खन्ना एवं अन्य साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति रही, आयोजन का संचालन रणविजय राव जी एवं मनीषा चौगांवकर ने किया।

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।