
है मेरी सरकार, सुन लो यह पुकार
है मेरी बैठी मजबूत सरकार
फिर कैसे हो रही दरकार
झारखंड में सम्मेद शिखर जी,
की सुन लो पुकार
हम जैनी कह रहे कैसी हो
तीर्थो की पवितत्रता बरकरार
ऋषि मुनियों के चिंतन का सार
जैन सिंद्धान्त के रूप में
हो तीर्थो का हो उद्धार
यही करो स्वीकार
है मेरी सरकार
तीर्थंकरों की है सरकार
जहाँ सजता है दरबार
जहाँ पवित्रता ही हो हमारी यही पुकार
है मेरी सरकार,
सुन लो यह पुकार
अक्षय जैन भंडारी,
राजगढ़(धार) म.प्र.
परिचय :- अक्षय भंडारी
निवासी : राजगढ़ जिला धार
शिक्षा : बीजेएमसी
सम्प्रति : पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता