है मेरी सरकार, सुन लो यह पुकार

2 0
Read Time58 Second

है मेरी सरकार, सुन लो यह पुकार
है मेरी बैठी मजबूत सरकार
फिर कैसे हो रही दरकार

झारखंड में सम्मेद शिखर जी,
की सुन लो पुकार
हम जैनी कह रहे कैसी हो
तीर्थो की पवितत्रता बरकरार

ऋषि मुनियों के चिंतन का सार
जैन सिंद्धान्त के रूप में
हो तीर्थो का हो उद्धार
यही करो स्वीकार
है मेरी सरकार

तीर्थंकरों की है सरकार
जहाँ सजता है दरबार
जहाँ पवित्रता ही हो हमारी यही पुकार
है मेरी सरकार,
सुन लो यह पुकार

अक्षय जैन भंडारी,

राजगढ़(धार) म.प्र.

परिचय :- अक्षय भंडारी

निवासी : राजगढ़ जिला धार
शिक्षा : बीजेएमसी
सम्प्रति : पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता

matruadmin

Next Post

इंदौर आ रहे विदेशी मेहमानों का कविताओं से स्वागत, इंदौर के कवियों ने किया शब्द स्वागत

Fri Jan 6 , 2023
सुषमा व्यास राजनिधि, रमेश चन्द्र शर्मा और यशोधरा भटनागर की कविताएँ इन्दौर । मालवा अपने स्वागत, सत्कार और आतिथ्य के लिए जग में प्रसिद्ध है। यहाँ की स्वागत परम्परा हमेशा से ही महनीय और लोकलुभावन रही है। नववर्ष में मालवा के इन्दौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन होने जा रहा है, […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।