मातृभाषा में अधिक से अधिक अपने कार्य करें- श्री भार्गव

1 0
Read Time3 Minute, 36 Second

कहानी-संग्रह ‘मोहरबंद’ विमोचित

कहानी में नई सोच को स्थान दें युवा रचनाकार- श्रीमती सोलंकी

इन्दौर । शहर के नवनिर्वाचित महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने आह्वान किया है कि ‘अपनी-अपनी मातृभाषा में अधिकाधिक संवाद करें, इससे मातृभाषा के विकास और विस्तार को गति मिलेगी। अपने हस्ताक्षर हिन्दी में करें।’ श्री भार्गव रविवार शाम मुंशी प्रेमचंद की जन्म जयंती प्रसंग पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आयोजित युवा रचनाकार श्रुति पंवार के कहानी-संग्रह ‘मोहरबंद’ के विमोचन के दौरान स्थानीय राजेन्द्र माथुर सभागार, इन्दौर प्रेस क्लब में बोल रहे थे। आयोजन में मुख्य अतिथि नवनिर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विशेष अतिथि संयुक्त संभागायुक्त, इंदौर सपना शिवाले सोलंकी व इन्दौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी रहे।

दीपप्रज्वलन के उपरांत अतिथियों का स्वागत नितेश गुप्ता, अखिलेश सिंह पंवार, शोभना पंवार, तेजबहादुर सिंह तंवर, अरुण सिंहजी गेहलोत, राजेंद्र सिंह तंवर, देवेंद्र पटेल, डॉ. नीना जोशी, जलज व्यास ने किया।
अतिथियों का शब्द स्वागत मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने किया।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा नवनिर्वाचित महापौर का साहित्य परिवार में प्रथम अभिनन्दन किया गया।

अभिनन्दन उपरांत अतिथियों द्वारा पुस्तक विमोचन किया गया।
पुस्तक चर्चाकार के रूप में रमेश चंद्र शर्मा एवं रश्मि चौधरी ने पुस्तक चर्चा कर बताया कि ‘श्रुति के लेखन में नवीनता हैं।’

विशेष अतिथि सपना शिवाले सोलंकी ने कहा कि ‘कहानी लिखते वक़्त रचनाकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि इसका अंत सुखद और सकारात्मक हो । नई सोच के साथ युवा पीढ़ी सृजन करे।’
प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने सदन को संबोधित करते हुए पुस्तक प्रकाशन की बधाई प्रेषित की।

इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार हरेराम वाजपेयी, आशु कवि प्रदीप नवीन, देवेन्द्र सिंह सिसौदिया, वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी, हर्षवर्धन प्रकाश, डॉ. कमल हेतवाल, अखिलेश राव, मुकेश इंदौरी, अवनीश पाठक सूर्य, विवेक सिन्हा,श्रुति अग्रवाल, वाणी जोशी, दामोदर वीरमाल, अमित अभ्यंकर आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रीति दुबे व आभार कवि गौरव साक्षी ने माना।

matruadmin

Next Post

सौभाग्य का राजतिलक हरियाली तीज

Mon Aug 1 , 2022
भारत त्योहारों का देश है, यहाँ हर त्योहार का अपना अलग महत्व है और ऐसे ही महत्त्व के बीच जब कोई त्योहार प्राकृतिक पूजन और सांस्कृतिक समन्वय आधारित हो, वह अपने आप में राजतिलक हो जाता है। इसी तरह प्रकृति से जुड़ा त्योहार हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।