कर्तव्य धर्म

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कर्तव्य धर्मों में तीन प्रमुख माने गए हैं – वैयक्तिक धर्म, समाज धर्म और राष्ट्र धर्म । ‘वैयक्तिक धर्म’ व्यक्ति की सुख – सुविधा और विकास हेतु होता है । ‘समाज धर्म’ में व्यक्ति और समाज की प्रगति की बात सोची जाती है, जबकि ‘राष्ट्र धर्म’ में व्यक्ति, समाज और राष्ट्र तीनों की उन्नति निहित होती है । अतः सिर्फ एक राष्ट्र धर्म पालन से शेष दोनों धर्मों का निर्वाह स्वतः होता रहता है । इसलिए तीनों धर्मों में राष्ट्र धर्म को सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना गया है । अस्तु, तन, मन, धन, श्रम, साधन, व्यवसाय, विचार और धर्म – अध्यात्म के प्रसार द्वारा राष्ट्र की सेवा करना, उसकी सुख – शान्ति और समृद्धि – प्रगति बढाने का निष्ठापूर्वक प्रयास करना, यह राष्ट्र धर्म है । इसे आज का सबसे बडा धर्म कहा गया है । आजादी के अमृत महोत्सव के परिपेक्ष्य में इसका परिपालन और भी आवश्यक है क्योंकि हमें आजादी राष्ट्र धर्म के बलबूते ही मिली हैं ,जिसे हमें भूलना नही चाहिए ।”

गोपाल कौशल ” भोजवाल “
नागदा (मध्यप्रदेश)

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आज़ादी का जश्न मनाएं

Fri Aug 13 , 2021
आज़ादी का जश्न मनायें, आओ झूमे गाएं । दी है जान वतन पर जिसने, उनको नहीं भुलाएं।। वीरों ने जो सपने देखें, पूरा कर दिखलाया और विदेशी गोरों को भारत से मार भगाया याद उन्हें कर अपना तिरंगा, नभ में हम फहराएं आज़ादी का जश्न मनायें, आओ झूमे गाएं ।। […]

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।