Read Time39 Second

मुल्क से अपने यारों वफादारी तो रखना
वतन के प्रति जरा जिम्मेदारी तो रखना
दुश्मनों की नींदें हराम करके तो रख दो
दे दो टक्कर और ये जंग जारी तो रखना
जज्बा ए जूनून खून में शामिल तो करो
दिलों में आग हौसलों में चिंगारी तो रखना
बेहतर हो कि,कलम चले जुल्म के ख़िलाफ़
हो गर कलमकार तो कलमकारी तो रखना
झुकने ना देना शर्म से अपनी गर्दन कभी
वतन परस्त बनो इतनी समझदारी तो रखना
#किशोर छिपेश्वर”सागर”
बालाघाट
Post Views:
481