बम बम भोले भण्डारी,
आ जाओ तत्रिपुरारी।
बेल धतूरा तुझे चढ़ाऊँ,
तुझको मैं मनाऊँ।
फूलों से तेरा श्रृंगार करूँ,
तुझको मैं सजाऊँ।
अब सुनने विनती हमारी,
आ जाओ त्रिपुरारी।
बम बम भोले………
नन्दी की सवारी कर आओ,
संग गौरा जी को लाओ।
सर्पों की माला गले डालकर,
डम डम डमरू बजाओ।
करने पूरी अब आस हमारी,
आ जाओ त्रिपुरारी।
बम बम भोले………
गुण और चने का भोग लगाऊँ,
जल गंगा का चढ़ाऊँ।
बजा के ढोल मंजीरे मैं,
मंगल तेरे ही गाउँ।
मैं जाऊँ तेरे बलिहारी,
आ जाओ त्रिपुरारी।
बम बम भोले………
जग में हाहाकार मची है,
उजड़ी दुनियाँ सारी।
झूठ,कपट और लालच से ,
मानवता है हारी।
बचाने भोले लाज हमारी,
आ जाओ त्रिपुरारी।
बम बम भोले………
स्वरचित
सपना (सo अo)
जनपद-औरैया
उत्तर प्रदेश