मुजफ्फरपुर की विख्यात कवयित्री को मिला ज्ञानोत्कर्ष रत्न अवार्ड-2021

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बिहार, मुजफ्फरपुर की प्रसिद्ध कवयित्री निधी कुमारी ने राज्य ही नही पूरे देश मे परचम लहरायी ! भारत सेवक समाज डिग्री कॉलेज, सुपौल की हिंदी विभाग की प्रोफेसर निधी कुमारी को राष्ट्रीय संस्था “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी, भारत” द्वारा पूरे भारत के 15 चूने हुये कवियों मे चूने जाने पर “ज्ञानोत्कर्ष अकादमी रत्न अवार्ड- 2021” से संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट की लाँ ऑफिसर ऐडवोकेट अनुजा मनु जी के द्वारा सम्मानित किया गया ! ये साहित्य की युवा कवयित्रीयो मे उभरने वाली अपनी रचनाओं से सबका दिल मोह लेती है, कहा गया है ‘जिसकी मूरत खुबसूरत होती है उसकी लब्ज भी खुबसूरत होती है’ इनपर ये कहावत सटिक बैठता है ! साहित्यिक गुरु डॉक्टर प्रोफेसर विनोद कुमार मंगलम(कॉमर्स कॉलेज, पटना) के श्रेय से आज निधी जी अपना अलग मुकाम हासिल की हुई है! इनकी रचनाएँ हमेशा देश के नामी पत्र- पत्रिकाओं मे पढ़ने को मिलती- रहती है, इनकी रचनाओं मे नारी अस्मिता और सामाजिक जीवन की छाप मिलती है। बिहार के मुजफ्फरपुर साहित्य मे युगों – युगों से जाना जाता है चाहे जानकी वल्लभ शास्त्री हो या देवदास की उपन्यास हो ! सभी मे मुजफ्फरपुर की विवेचना मिलती है ! इनके अवार्ड मिलने पर बधाइयों का ताता लगा हुआ है!

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लिखने को आयेगा…।

Thu Jul 8 , 2021
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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।