आन पड़ा संकट ऊपर,

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आन पड़ा संकट ऊपर,
जब प्राण पके अपने देखे ,
तरूओं ने फिर किया विचार,
अच्छे कल के सपने देखे।
मन भावे ना छांव हमारी,
बैठन से लगे कतराने,
कूलर एसी में बैठे हो,
मुंह हमको तुम लगे चिढ़ाने,
शान के चलते कमरों में अब,
मनीप्लांट ही दिखते हैं,
हमसे मुख मोड़ा है जिसने,
खुद को अच्छा गिनते हैं।
परोपकार की खातिर ही हम,
अपना दुख सह जायेंगे ,
गर्मी सर्दी पतझड़ का दुख,
हम किससे कह पायेंगे?
वट पीपल हैं बुजुर्ग हमारे,
इनका भी कुछ मान रखो,
हम तुम्हारे-तुम हमारे,
इतना बस तुम ध्यान रखो,
जाने कब तक ऐसा हम,
इकतरफा प्यार करेंगे अब,
गले काटकर वृक्षों के,
अपना व्यापार करेंगे सब।
हे मानव !अब रखो कुल्हाड़ी,
और ना हम पर धार धरो,
जिस थाली में खाते हो,
उस थाली में मत छेद करो।
एक निवेदन दुनिया से है,
हरी -भरी अब धरा रहे,
प्राणवायु पाकर हमसे,
प्राणी खुशियों से भरा रहे।
सोचो और विचारो तुम,
अब बेहतर कल की आस करो,
खूब-खूब हो पौधारोपण,
ऐसा भरसक प्रयास करो,
ठीक समय पर समझो संकट,
कल अपना सरल बनाओ तुम,
जन गण के मन में भी ऐसी,
सुंदर अलख जगाओ तुम,
धरती होगी हरी भरी और,
तन-मन हरियाली होगी,
सुंदर बाग बगीचे होंगे,
जन-जन खुशहाली होगी,
अब विचार का वक्त नहीं,
मत इतना तुम ये पाप कर
अतुल कुमार शर्मा
संभल उत्तर प्रदेश

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।